धूमधाम से हुआ गणेश विसर्जन, जयकारों के साथ विदा हुए भगवान गणेश
पंकज यदु, कांकेर – नगरों और ग्रामीण अंचलों में भगवान गणेश की मूर्तियों का धूमधाम से विसर्जन किया गया। आज अनंत चतुर्दशी का पावन दिन है, जो दस दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव का समापन भी है। श्रद्धालु भक्तों ने भगवान गणेश को विदाई दी, साथ ही पूरे उत्साह के साथ ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ के जयकारे लगाए।
इस वर्ष गणेश उत्सव का शुभारंभ 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन हुआ था। भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भक्तगण भगवान गणेश की मूर्तियों की स्थापना अपने घरों में करते हैं और अगले दस दिनों तक उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और सुख-समृद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है। भक्तजन उनकी उपासना कर समृद्धि, शांति और खुशहाली की कामना करते हैं।
गणेश उत्सव के अंतिम दिन, अनंत चतुर्दशी पर श्रद्धालु हर्षोल्लास के साथ बप्पा की मूर्तियों का विसर्जन करते हैं। भक्त गणेशजी को विदाई देने के लिए सड़कों पर उतर आते हैं। ढोल-ताशों की गूंज, रंग-बिरंगे गुलाल की बौछार और भक्तों के उत्साह के बीच भगवान गणेश को विदा किया जाता है।