स्कूल की जर्जर स्थिति से बच्चों की शिक्षा पर खतरा, ग्रामीणों ने की नए भवन की मांग
पंकज यदु कांकेर – जिले के कई स्कूलों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है। बच्चों की पढ़ाई सुविधाओं के अभाव में हो रही है, जिससे उनकी सुरक्षा और शिक्षा दोनों पर गंभीर असर पड़ रहा है। चारामा ब्लॉक के ग्राम मुड़खुसरा का प्राथमिक विद्यालय इसका जीता-जागता उदाहरण है, जहां बच्चे टूटती छत और दरारों भरी दीवारों के करण सुविधा के अभाव में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। स्कूल की इमारत इतनी खराब हो चुकी है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। छत से प्लास्टर गिर चुका है और दीवारें बुरी तरह से फटी हुई हैं।
ग्रामीणों ने बताया की इस मुद्दे को कई बार प्रशासन के समक्ष उठाया है। पिछले 5 से 7 सालों से स्कूल के नए भवन की मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों ने जिला स्तरीय जन समस्या समाधान शिविर में भी कांकेर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था और स्थानीय बीओ तथा एसडीओ को भी इस मुद्दे से अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।
स्कूल की कक्षाओं का भी हाल बेहद चिंताजनक है। एक ही कक्ष में पाँच कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है, जिससे बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। गाँव में स्कूल को बंद करने की चर्चाएँ भी तेज हो गई हैं, क्योंकि बच्चों की सुरक्षा अब सवालों के घेरे में है।
इस विद्यालय की एक और बड़ी समस्या यह है कि यह खेतों और खलिहानों से घिरा हुआ है, जिससे स्कूल की सीमाएँ भी सुरक्षित नहीं हैं। रसोई कक्ष भी बेहद खराब हालत में है, जिससे मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है। ग्रामीण अब जल्द से जल्द एक नवीन विद्यालय भवन की मांग कर रहे हैं ताकि बच्चों की शिक्षा सुरक्षित और सुचारू रूप से हो सके। प्रशासन से अपील की जा रही है कि वे जल्द से जल्द इस मुद्दे पर ध्यान दें और गाँव के बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करें।