जिले में कुल 4 लाख 92 हजार 931 मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी,जिले की लक्ष्य के विरूद्ध केन्द्रों में 99.5 प्रतिशत धान खरीदा गया।
सूर्या नेवेन्द्र कांकेर। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के तहत राज्य शासन द्वारा 04 फरवरी तक धान खरीदी का कार्य किया गया। जिले में 01 नवंबर 2023 से 04 फरवरी 2024 की अवधि में कुल 4 लाख 92 हजार 931 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई, जो कुल लक्ष्य 4 लाख 95 हजार 197 के विरूद्ध 99.5 प्रतिशत है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के निर्देशानुसार सभी उपार्जन केन्द्रों में सत्यापन का कार्य भी पूर्ण कराया जा चुका है। जिला खाद्य अधिकारी श्री जन्मेजय नायक ने बताया कि जिले के कुल एक लाख एक हजार 237 पंजीकृत किसानों में से 92 हजार 257 किसानों द्वारा सुगमतापूर्वक धान विक्रय किया गया है। इस प्रकार जिले के कुल पंजीकृत किसानों में से 91 प्रतिशत किसान इससे लाभान्वित हुए हैं।
खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में धान विक्रय हेतु धान बोनी का पंजीकृत रकबा एक लाख 41 हजार 650 हेक्टेयर था, जिनमें से 94 हजार 995 हेक्टेयर पर धान विक्रय किया गया, जो पंजीकृत रकबे का 67 प्रतिशत है। यह भी बताया गया कि कुल खरीदे गए धान 4 लाख 92 हजार 931 मीट्रिक टन में से 3 लाख 10 हजार 148 मीट्रिक टन का डी.ओ. जारी किया जा चुका है, जो खरीदी मात्रा का 63 प्रतिशत है। साथ ही जारी किए गए डी.ओ के विरूद्ध 3 लाख 969 मीट्रिक टन का उठाव मिलरों द्वारा किया गया है, उठाव का प्रतिशत 97 है, जो कि समितियों में क्रय किए गए धान का 61 प्रतिशत है। समितियों में शेष एक लाख 91 हजार 962 मीट्रिक टन धान का उठाव शीघ्र किया जाएगा।
उन्होंने जिलेवार धान की उठाव के संबंध में बताया कि कांकेर के मिलरों द्वारा एक लाख 76 हजार 20 मीट्रिक टन डी.ओ. में से एक लाख 71 हजार 950 मीट्रिक टन धान का उठाव किया गया है, जो 98 प्रतिशत है। धमतरी के मिलरों द्वारा 65 हजार 978 मीट्रिक टन डी.ओ. में से 61 हजार 258 मीट्रिक टन धान का उठाव किया गया है, जो 92 प्रतिशत है तथा रायपुर के मिलरों द्वारा 68 हजार 151 मीट्रिक टन डी.ओ. के विरूद्ध 66 हजार 438 मीट्रिक टन धान का उठाव किया गया है, जो 98 प्रतिशत है। इसी प्रकार नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमा करने निर्धारित लक्ष्य 87 हजार 658 मीट्रिक टन के विरूद्ध 44 हजार 976 मीट्रिक टन जमा किया गया है, जो 52 प्रतिशत है तथा भारतीय खाद्य निगम में चावल जमा करने हेतु लक्ष्य 31 हजार 512 मीट्रिक टन के विरुद्ध 30 हजार 627 मीट्रिक टन चावल जमा किया गया है।
रकबा समर्पण में जिला अग्रणी
खाद्य अधिकारी ने बताया कि रकबा समर्पण के मामले में कांकेर जिला प्रथम स्थान पर है। उन्होंने बताया कि जिले के 49 हजार 841 कृषकों के द्वारा 19 हजार 897 हेक्टेयर का रकबा समर्पण किया गया है, जो छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक है।